Thursday, May 1, 2008

कलयुगी गुरु-शिष्य परंपरा की एक और घिनौनी मिसाल

इसे कलयुगी गुरु-शिष्य परंपरा की एक और घिनौनी मिसाल माना जाएगा। झारखंड के शहर धनबाद में टीचर-स्टूडेंट के पाक रिश्ते के दामन पर एक और दाग लगा है। धनबाद के स्कूल में स्टूडेंट के तकरीबन 45 रुपये गायब हो जाने के बाद टीचरों ने 16 लड़कियों के कपड़े उतरवा लिए।

धनबाद के स्कूल में हुई इस सनसनीखेज वारदात में महज चंद रुपयों के गायब होने पर स्कूल के टीचरों ने लड़कियों को बेआबरू कर डाला। लड़कियां चीखतीं और चिल्लातीं रहीं, लेकिन कलयुगी टीचर छात्राओं के दर्द से बेअसर रहे। धनबाद के सीनियर पुलिस अफसर रतन कुमार के मुताबिक एक लड़की के करीब 45 रुपये गायब हो जाने पर टीचरों ने करीब 16 लड़कियों को एक कमरे में बारी-बारी से बुलाकर उनके पूरे कपड़े उतारकर तलाशी ली।

पुलिस के मुताबिक गर्ल स्टूडेंट्स को इस तरह से कपड़े उतारकर तलाशी देने के लिए मजबूर करना बिल्कुल गलत है। दूसरी ओर, घटना के बाद लोकल लोगों में जबर्दस्त गुस्सा है। मामले की भनक लगते ही मंगलवार को सैकड़ों लोगों ने स्कूल के सामने प्रदर्शन किया और स्कूल के स्टूडेंटों ने दोषी टीचरों पर कार्रवाई की मांग करते हुए क्लास का बायकॉट करने का फैसला किया है।

हंगामे के बाद स्कूल के प्रिंसिपल समेत कई टीचर छुट्टी पर चले गए हैं। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। गौरतलब है कि देश में छात्रों को शारीरिक सजा दिए जाने पर पाबंदी है, लेकिन यह ज्यादातर स्कूलों में बेहद आम है। पिछले साल दिल्ली में होमवर्क न करने की सजा के तौर पर एक सात साल की बच्ची को टीचर ने बेंच पर बिना कपड़ों के खड़ा कर दिया था। 2007 में हुई एक स्टडी भी देश में मासूमों पर हो रहे जुर्म की तस्दीक करती है। इस स्टडी के मुताबिक भारत में दो-तिहाई बच्चे घर या स्कूल में शारीरिक ज्यादती के शिकार हैं।

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